Home समसमायिकीप्रसंगवश खरी-खरी :सुरेश मिश्र

खरी-खरी :सुरेश मिश्र

by zadmin

खरी-खरी

देख टमाटर शान को, कांदा हंसे ठठाय
दो दिन में औकात में,आ जाएगा भाय
आ जाएगा भाय,सड़ेगा तू सड़कों पर
बरसाती मेंढक मत झाड़ रौब कड़कों पर
कह सुरेश मेरे कारण शामत आई है
मैंने चार-चार सरकारें गिरवाई है

सुरेश मिश्र

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