शीघ्र ही सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों व स्टाफों को मिलेगी फाइल व पेन से मुक्ति
अश्विनी कुमार मिश्र
मुंबई, @nirbhaypathik: अब राज्य के जे जे अस्पताल सहित 14 मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों के डॉक्टरों व अन्य स्टाफ को जल्द ही फाइल व पेन से मुक्ति मिल जायेगी. क्योंकि पिछले साल से बंद पड़े हेल्थकेयर मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) को दोबारा शुरू किया जाएगा. राज्य सरकार ने अस्पतालों में एचएमआईएस शुरू करने के लिए 269.50 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं. इस बार यह काम किसी निजी कंपनी की बजाय सरकारी इकाई नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) को दिया गया है।
बता दें कि आमतौर पर जब मरीज अस्पताल जाता है तो उसे ओपीडी से केस पेपर लेना पड़ता है। इसके बाद डॉक्टर मरीज से स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में पूछते हैं और दवा लिखते हैं। फिर वह उसी कागज पर दवा लिख देता है। दूसरी ओर एचएमआईएस में मरीज का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होता है। मरीज को एक विशिष्ट पहचान संख्या सौंपी जाती है। डॉक्टर मरीज की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, जांच और इलाज की दवाएं ऑनलाइन सॉफ्टवेयर पर फीड करते हैं। इससे फाइलों और कागजों की झंझट खत्म हो जाती है। जब कोई मरीज दूसरी बार अस्पताल आता है, तो एचएमआईएस में विशिष्ट पहचान संख्या दर्ज करते ही मरीज का पूरा इतिहास एक क्लिक पर उपलब्ध हो जाता है।