अश्विनीकुमार मिश्र
बेंगलुरु,@nirbhaypathik: अंतरिक्ष मिशन चंद्रयान-3 ने आज एक महत्वपूर्ण पड़ाव पूरा कर लिया है। इसरो ने चंद्रयान-3 को चंद्रमा की तीसरी कक्षा में लॉन्च किया है। चंद्रयान अब 174 किमी x 1437 किमी की छोटी अण्डाकार कक्षा में परिक्रमा कर रहा है। इसरो ने 9 अगस्त को दोपहर 1:40 बजे चंद्रयान-3 की कक्षा बदल दी. यानी चंद्रयान-3 के थ्रस्टर्स चालू कर दिए गए. 5 अगस्त, को चंद्रयान-3 पहली चंद्र कक्षा में पहुंचा। चंद्रयान ने तब चंद्रमा की पहली तस्वीर भी जारी की थी
उस समय चंद्रयान-3, 1900 किमी प्रति सेकंड की गति से 164 X 18074 किमी की अण्डाकार कक्षा में चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा था। 6 अगस्त को इसे 170 x 4313 किमी की कक्षा में घटा दिया गया। यानी चंद्रयान-3 को दूसरी कक्षा में लाया गया.
इस तरह अगली यात्रा पूरी करेगा चंद्रयान-3
14 अगस्त 2023 : रात्रि 12 बजे से 12.04 बजे तक चतुर्थ कक्षा में लाया जायेगा.
16 अगस्त 2023: सुबह 8.38 से 8.39 बजे के बीच यह पांचवीं कक्षा में पहुंचेगा. यानी इसका इंजन केवल पांच मिनट के लिए चालू किया जाएगा।
17 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन और लैंडर मॉड्यूल अलग हो जाएंगे. उसी दिन, दोनों मॉड्यूल चंद्रमा के चारों ओर 100 किमी x 100 किमी की गोल कक्षा में पहुंचेंगे।
18 अगस्त, 2023: लैंडर मॉड्यूल शाम 4:50 बजे कक्षा से बाहर निकलेगा। यानी इसकी ऊंचाई कम कर दी जाएगी.
20 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल सुबह 2:15 बजे कक्षा से बाहर निकलेगा।
23 अगस्त, 2023: लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरेगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो लैंडर करीब साढ़े छह बजे चंद्रमा की सतह पर उतरेगा।
इसरो का बेंगलुरु स्थित सेंटर टेलीमेट्री, ट्रैकिंग नेटवर्क (ISTRAC) अपने मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (MOX) के माध्यम से चंद्रयान -3 की निगरानी कर रहा है। फिलहाल चंद्रयान-3 के सभी उपकरण ठीक से काम कर रहे हैं.