Home मुंबई-अन्य जबरन धर्म परिवर्तन व ‘लव जिहाद’ के विरोध में विहिप-दुर्गा वाहिनी का जनआक्रोश आंदोलन

जबरन धर्म परिवर्तन व ‘लव जिहाद’ के विरोध में विहिप-दुर्गा वाहिनी का जनआक्रोश आंदोलन

by zadmin

जबरन धर्म परिवर्तन व ‘लव  जिहाद’ के विरोध में विहिप-दुर्गा वाहिनी का  जन आक्रोश आंदोलन

मुंबई:  पिछले कुछ दिनों से समाज में हिंदू लड़कियों का जबरन धर्मांतरण एवं उनके शोषण की  घटनाएं बढ़ रही  है। श्रद्धा वालकर हत्या मामले के कारण हिंदू लड़कियों की सुरक्षा का प्रश्न फिर से चर्चा में आ रहा है। लव  जिहाद के विरोध में विश्व हिंदू परिषद एवं दुर्गा वाहिनी  ने इस तरह की घटनाओं पर नकेल डालने के लिए कमर कस ली है। इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद और दुर्गा  वाहिनी ने बुधवार को दादर  स्टेशन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने हिन्दू लड़कियों की सुरक्षा और जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ क़ानून बनाने की मांग की.  स्वामी नारायण मंदिर के बाहर हुए इस जन आक्रोश आंदोलन में विश्व हिंदू परिषद कोंकण प्रांत मंत्री रामचंद्र रामुका, कोंकण प्रांत सह मंत्री राज नायर, कोंकण प्रांत सह मंत्री मोहन सालेकर, मातृशक्ति प्रमुख डॉ. प्रतिभा एवं दुर्गा वाहिनी कि अनेक महिला कार्यकर्ता उपस्थित थीं. ।

बता दें कि वसई में रहने वाली श्रद्धा वालकर की आफताब आमीन पूनावाला  ने दिल्ली में निर्मम हत्या कर दी। छह माह पहले हुई इस घटना की  दिल्ली पुलिस तहकीकात की है। विकृत आफताब ने श्रद्धा को केवल मार नहीं डाला, बल्कि उसके मृत शरीर के 35  टुकड़े  कर दिये और रेफ्रिजरेटर में रख दिये। बाद में विचार पूर्वक वह शरीर के टुकडे को अलग अलग जगहों पर फेंक कर सुराग मिटाने का प्रयास किया। यह जानकारी  आफताब ने स्वयं अपनी जबानी में दी है। लिव  इन रिलेशनशिप में रहने वाली श्रद्धा ने शादी की  मांग करने पर भड़के हुए आफताब ने उसे मार डाला। औरंगाबाद में सैयद अकबर सैयद हमीद नामक  रिक्शा चालक के अश्लील हावभाव देखकर डरी हुई हिंदू लडकी ने चलती ऑटो से छलांग लगा कर अपनी जान बचाई थी. उत्तर प्रदेश के दुबग्गा में धर्मांतरण का  विरोध कर रही लडकी को सुखियान नाम के लडके ने बिल्डिंग के चौथे मंजिल से नीचे फेंक दिया। इन घटनाओं से हिंदू लड़कियों की सुरक्षा एवं उनके जबरन धर्मांतरण का प्रश्न फिर से उभरकर आया है।इस आंदोलन के जरिये लिव इन रिलेशन और जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ नागरिकों से आवाज उठाने की अपील की गयी. 
इस आंदोलन में महिलाएं बड़ी संख्यां में उपस्थित थी. 

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