100 करोड़ की लागत से दादासाहेब फालके चित्रनगरी का होगा कायापलट
नवीन कुमार
मुंबई (@निर्भय पथिक)। महाराष्ट्र सरकार ने गोरेगांव स्थित दादासाहेब फालके चित्रनगरी (फिल्मसिटी) के कायापलट के लिए 100 करोड़ रूपए उपलब्ध कराया है। 521 एकड़ में फैले इस चित्रनगरी का आधुनिकीकरण होगा और फिल्म निर्माताओं की मांग पर यहां एक रेलवे स्टेशन का भी निर्माण किया जाएगा। गौरतलब है कि मुंबई के एकमात्र स्टूडियो कमालिस्तान में रेलवे स्टेशन की सुविधा थी। इस स्टूडियो के बिकने के बाद किसी और स्टूडियो में रेलवे स्टेशन की सुविधा न होने के कारण निर्माताओं को शूटिंग में परेशानी होती है। इसका ध्यान रखते हुए फिल्मसिटी में भी रेलवे स्टेशन बनाने की तैयारी की जा रही है। यह जानकारी देते हुए फिल्मसिटी के एमडी अविनाश ढाकणे ने कहा कि पीपीपी मॉडल के तहत चित्रनगरी का आधुनिकीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड से पहले इसके लिए निविदाएं निकाली गई थीं। उस समय अच्छा प्रतिसाद नहीं मिला था। लेकिन अब विश्वास है कि इसमें मनोरंजन या कॉरपोरेट जगत से जुड़े लोग दिलचस्पी लेंगे और जल्दी ही इस दिशा में कार्य प्रारंभ होगा।
उन्होंने कहा कि दादासाहेब फालके चित्रनगरी दुनिया का इकलौता फिल्मसिटी है जो पर्यावरण के अनुकूल है। इसलिए यहां शूटिंग के लिए निर्माता आते हैं और सालों भर यहां शूटिंग चलती रहती है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह चित्रनगरी किसी दूसरे स्टूडियो से व्यवसायिक तौर पर प्रतियोगिता में शामिल नहीं है। यहां किसी भी स्टूडियो से बेहतरीन सुविधाएं दी जाती है जिससे यहां सालों भर शूटिंग चलती रहती है। उन्होंने कहा कि मनोरंजन का कारोबार इतना बड़ा है कि देश में जहां कहीं भी स्टूडियो खुलेंगे वहां शूटिंग होगी और उसकी वजह से किसी भी स्टूडियो के कारोबार को नुकसान नहीं होगा। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड सहित कई राज्यों में स्टूडियो खुल रहे हैं और शूटिंग हो रही है। लेकिन फिल्मसिटी में शूटिंग लगातार हो रही है और यहां पर्यटकों की भी भीड़ जुट रही है। हम पर्यटकों को भी लुभाने के लिए स्टूडियो भ्रमण और बॉलीवुड थीम पार्क की सुविधाएं दे रहे हैं।
इस समय मुंबई में भीषण गरमी भी पड़ रही है। बावजूद इसके फिल्मसिटी में पर्यटकों की भीड़ और उनके उत्साह में कोई कमी नहीं है। बरेली से लोग इस फिल्मसिटी में घूमने आए हैं। शनिवार को मंत्रालय आणि विधिमंडल वार्ताहार संघ ने भी फिल्मसिटी दौरा का कार्यक्रम आयोजित किया और 50 से अधिक पत्रकार इस दौरे में शामिल थे। फिल्मसिटी के एमडी ढाकणे ने पत्रकारों को बताया कि फिल्मसिटी का मकसद सिर्फ पर्यटकों की भीड़ जुटाना नहीं है बल्कि हर भाषा के फिल्म निर्माताओं को शूटिंग के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना है ताकि वे इसी फिल्मसिटी में अपनी फिल्म का निर्माण पूरा कर सकें। फिल्मसिटी ही एक ऐसा स्टूडियो है जहां एक निर्माता ने अपनी फिल्म के लिए पूरा का पूरा अफगानिस्तान बसा दिया था। कौन बनेगा करोड़पति और कपिल शर्मा शो की शूटिंग यहीं होती है। तारक मेहता और बाळू मामाच्या नावांन चांगभलं जैसे टीवी कार्यक्रम की शूटिंग सालों से यहां हो रही है। बॉलीवुड पार्क के प्रबंध निदेशक जय मिजगर ने बताया कि यह पार्क पर्यटकों को काफी पसंद आ रहा है। इस पार्क की खासियत यह है कि यहां लोगों को मनोरंजन के माध्यम से भारतीय सिनेमा के इतिहास के साथ फिल्म के बनाने के तौर-तरीकों से भी अवगत कराया जाता है। उनको यहां एक गाना गाने और एक दृश्य की शूटिंग में हिस्सा लेने का भी मौका मिलता है। एक वैक्स म्युजियम भी तैयार किया जा रहा है।