आत्महत्या ग्रस्त किसानों के बेटे- बेटियों के लिए श्रम विद्या शैक्षणिक कर्ज योजना का शुभारंभ
सहकारी बैंक आम लोगों की समृद्धि के लिए काम करें
– मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
मुंबई@nirbhaypathik): राज्य में सहकारी बैंक आत्महत्या करने वाले किसानों के बेटे-बेटियों के साथ-साथ सभी आम लोगों के कल्याण और समृद्धि के लिए काम करें। ऐसी अपील मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की है।
फोर्ट स्थित राज्य सहकारी बैंक सभागार में आयोजित श्रम विद्या शैक्षणिक ऋण योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिंदे बोल रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंत, विधायक प्रवीण दरेकर, अनंत अडसुल, अभिजीत अड़सुल सहित राज्य सहकारी बैंक के प्रशासक विद्याधर अनास्कर, प्रबंध निदेशक दिलीप दिघे की प्रमुख उपस्थिती थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक ने स्नातक की पढ़ाई करने वाले लड़कों और लड़कियों की शिक्षा के लिए शून्य से 4 प्रतिशत ब्याज दर पर 15 लाख तक का शिक्षा ऋण प्रदान करने के लिए ‘श्रम विद्या शैक्षणिक कर्ज योजना’ शुरू करके आत्महत्या ग्रस्त किसान परिवारों के लड़के और लड़कियों को बड़ा आधार दिया है। उनके आंसू पोंछने का महत्वपूर्ण काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से उबारने के लिए मौजूदा योजना की धनराशि बढ़ाकर उनकी मदद की है। बेमौसम बारिश के कारण मुआवजे का भुगतान तुरंत किया गया। केंद्र सरकार की तरह राज्य ने भी किसानों को सालाना 6 हजार रुपये देने की योजना शुरू की है। ऐसी विभिन्न योजनाओं को लागू कर किसानों को बल देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में किसानों की आत्महत्या को रोकने के लिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है।
कर्ज चुकाने की अवधि 10 वर्ष है यानी नौकरी लगने के बाद कर्ज चुकाना होगा। पांच लाख तक के ऋण के लिए किसी कुछ गिरवी रखने या गारंटर की आवश्यकता नहीं है। पांच लाख से 10 लाख रुपये के बीच के कर्ज के लिए कुछ गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होगी, हालांकि एक गारंटर की आवश्यकता होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 लाख से 15 लाख के बीच के ऋण के लिए कुछ गिरवी रखना होगा और दो गारंटर की आवश्यकता होगी। पांच लाख तक शून्य प्रतिशत, पांच लाख से ऊपर से 10 लाख तक 2 प्रतिशत ब्याज दर और 10 लाख से ऊपर 15 लाख तक 4 प्रतिशत ब्याज दर की योजना लागू की
मुख्यमंत्री ने बताया कि देश के सभी राज्य सहकारी बैंकों की तुलना में राज्य सहकारी बैंक के पास सर्वाधिक 6 हजार 545 करोड़ रुपये का स्वयं का कोष, सर्वाधिक 45 हजार 64 करोड़ रुपये का लेनदेन, सर्वाधिक 3 हजार 879 करोड़ रुपए का नकद मूल्य, सबसे ज्यादा 609 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा है।
इस अवसर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंत, विधान परिषद के विधायक प्रवीण दरेकर, पूर्व मंत्री अनंत अडसुल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। बैंक प्रशासक विद्याधर अनास्कर ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी, जबकि प्रबंध निदेशक दिलीप दिघे ने आभार व्यक्त किया।
सहकारी बैंक आम लोगों की समृद्धि के लिए काम करें – मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
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