ठाणे म्युनिसिपल लेबर यूनियन की मनपा प्रशासन को चेतावनी,
मनपा कर्मचारियों को समय पर दें वेतन,
वर्ना हाईकोर्ट में हम दायर करेंगे अवमानना याचिका
आनंदकुमार पाण्डेय
ठाणे:हर महीने एक या दो तारीख को वेतन भुगतान न होने से ठाणे मनपा के करीब 7500 कर्मियों का मासिक नियोजन गड़बड़ा गया है. मनपा द्वारा समय से वेतन न दिए जाने से म्युनिसिपल लेबर यूनियन ने मनपा प्रशासन को चेतावनी जारी किया है। युनियन ने कहा है कि यदि मजदूरों को समय पर वेतन नहीं मिला तो उसकी तरफ मनपा प्रशासन के खिलाफ अवमानना याचिका दायर की जाएगी.
इस समय ठाणे महानगरपालिका के ऊपर करीब 4,000 करोड़ रुपये तक की देनदारी अर्थात लायबिलिटी बढ़ चुकी है. पिछले दो वर्षों के कोरोना संकट ने मनपा के खजाने को लगभग खाली कर दिया है. मनपा के कई ठेकेदारों का करोड़ों का बिल भी बकाया पड़ा हुआ है.
ऐसे ही पिछले साल अप्रैल में भी मनपकर्मियों का वेतन देरी से हुआ था. हालांकि इस साल अप्रैल में नहीं बल्कि मई में एक तारीख बीत जाने के बाद भी वेतन भुगतान नहीं होने की जानकारी सामने आई है. इस संदर्भ में ठाणे मनपा प्रशासन द्वारा अभी तक वेतन भुगतान में देरी का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है.
इस बाबत मनपा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मैनपावर कम होने के कारण अब बाहर से नई तकनीक अपनाकर काम एक निजी कंपनी को वेतन बांटने का काम दिया गया है. इसके तहत मनपा के विभागीय प्रशिक्षण, लेखा प्रशिक्षण आदि कार्य चल रहे हैं. उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में इन त्रुटियों को सुधार लिया जाएगा और कर्मचारियों का वेतन जारी कर दिया जाएगा.
मनपा प्रशासन के इन दावों को दरकिनार करते हुए मनपाकर्मियों का प्रतिनिधित्व करने वाली म्युनिसिपल लेबर युनियन ने तगड़ी नाराजगी व्यक्त की है. युनियन के महासचिव चेतन अंबोनकर ने मांग की है कि श्रमिकों का वेतन तत्काल निकाला जाए और साथ ही अगले महीने का वेतन भी 1 तारीख को दिया जाए. यदि मनपा प्रशासन ऐसा नहीं किया तो युनियन द्वारा उच्च न्यायालय में मनपा प्रशासन के विरुद्ध अवमानना याचिका दायर की जाएगी.